नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपके अपने वेबसाइट इंडिया टुडे लाइव आज की इस आर्टिकल में हम लोग यह जानने वाले हैं कि पिछले माह यानी की अक्टूबर में बिहार में बेरोजगारी दर कितना था,तथा (CMIE ) यह भारत देश में बिहार बेरोजगारी के मामले में कौन से स्थान पर है।
भारत की एक संस्था CMEI यानी की सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी एक विश्वसनीय संस्थान हैं। जो कि हर महीने सभी सरकारी स्रोतों से जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर हर महीने सभी राज्यों के बेरोजगारी दर पर रिपोर्ट को अपनी तरफ से जारी करते जारी करते हैं।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी यानी कि ( CMEI ) भारत की एक महत्वपूर्ण एवं प्रमुख व्यवसायिक सूचना की संस्था है।इसकी स्थापना 13 अप्रैल 1976 ई में की गई थी। इसका मुख्यालय भारत के मुंबई में स्थित है। इसकी स्थापना नरोत्तम शाह के द्वारा किया गया था।
अक्टूबर 2022 की जारी रिपोर्ट के अनुसार बिहार की बेरोजगारी दर लगभग 14.5 % है जो कि देश में पांचवें स्थान पर है CMEI के आंकड़ों के अनुसार बेरोजगारी दर सबसे अधिक हरियाणा में है। हरियाणा की बेरोजगारी दर लगभग 31.8% है तथा दूसरे स्थान पर राजस्थान है।
हमारा पड़ोसी राज्य झारखंड की बेरोजगारी दर 16.5 % है। बिहार की बेरोजगारी दर पिछले वर्ष अक्टूबर 2021 में 13.8% थी। जो कि इस वर्ष अक्टूबर 2022 में बढ़कर 14.5% तक पहुंच गई है जिससे से यह पता चलता है कि बिहार की बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है।
हमारे देश की राष्ट्रीय बेरोजगारी दर अक्टूबर 2022 में 7.6 % है। जिसकी तुलना में बिहार का बेरोजगारी दर लगभग दोगुना यानी कि 14.5 % है। बिहार के कुछ अन्य पड़ोसी राज्यों जैसे कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर मात्र 4.2 प्रतिशत है वही पश्चिम बंगाल की बात करें तो वहां की बेरोजगारी दर 4.8 प्रतिशत है। CMIE
बिहार और झारखंड से कमजोर राजनीतिक इच्छाशक्ति तथा इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी होने के कारण यहां उद्योग लगाने में सबसे बड़ी बाधा बनती है। बिहार की एक और बाधा यहां की सड़कों का अच्छा नहीं होना भी है। यहां की सड़कों की अधिकतम स्पीड 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है।
उत्तर प्रदेश या गुजरात जैसे राज्यों की अधिकतम स्पीड 100 से 120 किलोमीटर के बीच रहती हैं। बिहार में नेशनल हाईवे की बहुत जरूरत है, जिससे कि यहां कि इंफ्रास्ट्रक्चर तथा उद्योगों को लगाकर बिहार की बेरोजगारी दर को कम किया जा सकता है। CMIE
बेरोजगारी से निपटने के लिए भारत सरकार को अधिक से अधिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देना चाहिए था तथा उद्योगों को पिछले राज देते कि बिहार झारखंड हरियाणा जैसे अन्य राज्यों में अधिक से अधिक लगाने की जरूरत है जिससे कि युवाओं को अधिक मात्रा में रोजगार मिल सके इससे हमारे इतने हमारे छोटे और कुटीर उद्योग बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं ।
इन्हें भी पढ़ें……
घरेलू गैस का दाम हुआ सस्ता जाने, 4 नवंबर तो कितना रुपए में मिलेगा एक गैस सिलेंडर।
कैसे मिलेगी भारत को UNSC में स्थाई सदस्यता ? UNO का गठन क्यों हुआ था ? जानें पूरी खबर हिंदी में